दीवारों से बातें करना | मेरा होना ही जैसे | किताबें
दीवारों से बातें करना | मेरा होना ही जैसे | किताबें ऐ मेरे वतन के नौनिहालोंये देश अब तुम ही संभालोंचलते रहो एक – दूसरे के साथयूं ही डाल कर हाथों में हाथवतन को तरक्की की राह पर ले जाओदेश को मेरे फिर से विश्व गुरु बनाओना आपस में कभी लड़ो, ना रखो कोई बैरजात…