कुछ बिखरी यादें, कुछ बिखरे पल
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कुछ बिखरी यादें, कुछ बिखरे पल

कुछ बिखरी यादें, कुछ बिखरे पल मुट्ठी भर राख औरकुछ बिखरी यादें रह जाती हैंजो रह रह कर हमें आंसुओं में भिगो जाती हैं| कागज़ की कश्ती, रेत के घरोंदेबनाते बचपन बीता, बस यादों मेंसिमट के रह गए मेरा बचपन के अफसाने| हर बीता लम्हाकभी ख़ुशी, कभी गमतो कभी नासूर बन जाता है| दिल डरने…

आज फिर उस मोड़ पर मुड़ना हुआ
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आज फिर उस मोड़ पर मुड़ना हुआ

आज फिर उस मोड़ पर मुड़ना हुआ आज फिर उस मोड़ पर मुड़ना हुआजब रखा था पहला कदम मैंने इस देहलीज़ पर…..मन में डर और एक अजीब सी बेचैनी थी,नए थे गलियारे और नयी सी दीवारें थी,थम सी जाती थी हँसी और कशमकश से जूझती थी,फिर दिखी एक सुनहरी किरन, इंद्रधनुष से रंग बिखेरती किरन,आत्मविश्वास…

जीवन के परदे पर
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जीवन के परदे पर

जीवन के परदे पर जीवन के परदे परहम तुम खेल रहे हैं खेलशतरंज हो या चोर सिपाहीसही गलत के फैसले का होगा सुन्दर मेलहर कदम पर लड़ना होगाहलकी सी चूक परकभ शय होगी तो कभी मौतकभी वज़ीर बन तो कभी मोहरा बनबंद होंठों से तिरछी हंसी हँसतेचलेंगे दोनों अपनी चाल| जीवन के परदे परहम तुम…

सिसकियाँ
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सिसकियाँ

सिसकियाँ लिखना;अब एक नशा सा बन गया हैजुबां जो बयाँ न कर सकेकलम भी बस अबउसी मुद्दे पर कहर ढाती है| कुछ लिखने से अगरज़िन्दगी के मसले सुलझ जातेऔर तकलीफें ख़तम हो जातीतो शायद आज हर एक शक्स के हाथमें कलम और जुबां पे फ़साने होते| आज मुद्दत के बाद कुछ लिखने बैठीतो लगा की निकल पड़ेंगे…

Quotes And Poetry on Patriotism In Hindi
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Quotes And Poetry on Patriotism In Hindi

Quotes And Poetry on Patriotism In Hindi आज़ाद हिंदुस्तान को बचायेंगे,भ्रष्टाचार के कीड़ों से हम।ताकि उन शहीदों की,शहादत को सलाम रख सकें हम।।रेखा करती हैं नतमस्तक उन शूरवीरों को,जिन्होंने स्वतंत्र भारत में हमें,जन्म लेने का सौभाग्य बख़्शा।उनकी शहादत को व्यर्थ ना जाने देंगे हम,मिल कर देश की रक्षा करेंगे हम।।जय हिन्द– Rekha Sharma ये जाँबाज…

आज़ादी
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आज़ादी

आज़ादी -श्वेता❤️ निस्वार्थ, निडर ,नाशिखन की कोई लकीरबांधे चोला केसरी रंग,तज तन– मन– धन …घरों से निकल लियाहर कोई बन फकीर ।। छल्ली कर गई सीनाफौलादो का –सोने की चिड़िया की पीर,देख बेड़ियों मेंमिट्टी ऐ वतन को , औलादों नेबेखौफ बहाया लहू जैसे नीर !! उल्टे पाओ वो चले चले,मुग़ल और अंग्रेज भी,सततः नव निर्माण…

अपना चैन और आराम खोकर किया सबका सेवा सत्कार | अपनी कीमत खो देता है
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अपना चैन और आराम खोकर किया सबका सेवा सत्कार | अपनी कीमत खो देता है

अपना चैन और आराम खोकर किया सबका सेवा सत्कार | अपनी कीमत खो देता है अपना चैन और आराम खोकर कियासबका सेवा सत्कारतभी तो कहलाया वो डाक्टर , वैद और हकीमजिसके लिए न रात है न दिन , बस एक ही मकसद लिए जी रहामानवता की सेवा जो है उसका परम धर्म ।।– Manju Lata…

दीवारों से बातें करना मेरा होना ही जैसे
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दीवारों से बातें करना | मेरा होना ही जैसे | किताबें

दीवारों से बातें करना | मेरा होना ही जैसे | किताबें ऐ मेरे वतन के नौनिहालोंये देश अब तुम ही संभालोंचलते रहो एक – दूसरे के साथयूं ही डाल कर हाथों में हाथवतन को तरक्की की राह पर ले जाओदेश को मेरे फिर से विश्व गुरु बनाओना आपस में कभी लड़ो, ना रखो कोई बैरजात…

सादगी में बसी सुंदरता | सिर्फ एक मुस्कुराहट से | घिर घिर आते बादल
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सादगी में बसी सुंदरता | सिर्फ एक मुस्कुराहट से | घिर घिर आते बादल

सादगी में बसी सुंदरता | सिर्फ एक मुस्कुराहट से | घिर घिर आते बादल बनावट और दिखावे से दूरसादगी में बसी सुंदरताअनायास ही अपनी ओरआकर्षित करती है।– Anita Gupta banaavat aur dikhaave se doorsaadagee mein basee sundarataanaayaas hee apanee oraakarshit karatee hai.– anit gupt सुन्दरता किसे न अच्छी लगतीये तो है हर किसी का जन्मसिद्ध…

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