रुचि का महत्व (Importance of Interests)
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रुचि का महत्व (Importance of Interests)

रुचि का महत्व (Importance of Interests) रुचि हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग होती है जो हमारे व्यक्तित्व को बनाए रखती है। रुचि हमें जीवन में उत्साह और प्रेरणा देती है और हमारी मनोदशा को बनाए रखती है। यह हमें उन गतिविधियों के लिए जो हमें पसंद होते हैं, उन सुविधाओं के लिए जो हमें संतुष्टि…

विभिन्न ऊर्जा स्रोतों का उपयोग (Use Of Different Energy Sources)
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विभिन्न ऊर्जा स्रोतों का उपयोग (Use Of Different Energy Sources)

विभिन्न ऊर्जा स्रोतों का उपयोग (Use Of Different Energy Sources) हां, बायोगैस, बायोडीजल, एथेनॉल जैसे विकल्पी ऊर्जा स्रोतों का उपयोग तेल के उपयोग के समान फायदों के साथ अनेक लाभ भी प्रदान करता है। ये ऊर्जा स्रोत पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होते हैं और उन्हें प्राप्त करने के लिए संभवतः ज्यादा संसाधित नहीं होना…

ईंधन पर निबंध (Essay On Fuel)
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ईंधन पर निबंध (Essay On Fuel)

ईंधन पर निबंध (Essay On Fuel) ईंधन जीवन के लिए आवश्यक है क्योंकि यह हमें ऊर्जा देता है जो हमारी रोजमर्रा की गतिविधियों को संचालित करने के लिए आवश्यक है। इसके बिना, हमारे दैनिक जीवन का अस्तित्व संभव नहीं होता है। ईंधन के रूप में विभिन्न पदार्थ शामिल होते हैं जैसे कि ऊर्जा उत्पादक जैसे…

हर चुनौती को स्वीकारा है मैंने
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हर चुनौती को स्वीकारा है मैंने

हर चुनौती को स्वीकारा है मैंने कुछ इस तरह से तुझको जिया है मैंने ऐ ज़िन्दगीकि तेरे हर रंग से मैने होली खेली है। कभी दोस्तों के साथ तो कभी अकेले हीमैने ये दुनिया टटोली है। कभी हँसकर, कभी हँसाकर  तो कभी रोकरतुझसे हर पल बेहद मुहब्बत की है। माना कि तेरा कोई दिन ना…

मैं क्यों लिखती हूँ
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मैं क्यों लिखती हूँ

मैं क्यों लिखती हूँ श्याम से श्वेत तक कुछ रंगों की ,बिखरी कथाओं को और,कभी कुछ हार्दिक यादों को समेटती हूँ,कभी आनंदित संतुलन के स्तर तकआत्मा को ऊपर उठाने का प्रयास करती हूँ,तो कभी मैं लिख करसुंदर अनुभव को परिभाषित करने का प्रयास करती हूँ,इसीलिए मैं लिखती हूँ… हो सकता है, यह अपने आप का…

वो चेहरा
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वो चेहरा

वो चेहरा गुम-सुम, गुम-सुम थी वो आँखेंथकी थकी सी सांसें उसकी घुटी–घुटी सी थी एक हंसीडरा-डरा सा चेहरा था उसकासहमा-सहमा रहता था वो| बिखरी-बिखरी यादें उसकीउजड़ा-उजड़ा बचपन जीतामांग-मांग कर खाता था वोपाई-पाई न जोड़ पाता था वोपोथी-पोथी को तरसता था वो| धुंधली-धुंधली आशा की एक किरणदूर-दूर तक खोजता था वोसिसकती-सिसकती तकदीर भी हारीरोज-रोज़ की पीड़ा से…

नए शहर की वो पहली रात
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नए शहर की वो पहली रात

नए शहर की वो पहली रात -रंजीता नाथ घई सृजन नया था माहौल नयी सी बेचैनीऔर नई सी आबोहवा थीआँखों में कुछ नए-नए से सपने थेकितने ही सवाल मन को गुद्गुताते थेऔर कुछ मन में उलझने थीयाद है आज भी मुझेनए शहर की वो पहली रात… नए से घर में अनजान सी वो दीवारें थीलंबी-…

विश्वरुपम योगी
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विश्वरुपम योगी

विश्वरुपम योगी राधा संग तूने प्रीत रचाई,गोपियों संग रास रचाके तूने पूरे जग में धूम मचाई|माखन तूने चुरा के खाया,बांसुरी की धुन पे तूने चिड़िया को जगाया|गैया तूने खूब चराई,गोवर्धन से तूने मथुरा बचाई| सुदर्शन उठाया की धर्म की रक्षा,असुरों को तूने तनिक न बक्शा|प्रीत की राह तूने जग को सिखाई,सुदामा से दोस्ती निभा एक…

सिर्फ तू
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सिर्फ तू

सिर्फ तू -रंजीता नाथ घई एक भीनी भीनी सी महकआज भी मेरे साँसों में हैतेरे तसव्वुर का असरआज भी सलामत मेरे ज़ेहन में है…तड़प उठता है दिल, तुझेअक्सर तन्हाई में याद करकेखामोश रहते हैं लब,ना बोले बेशक ये ज़रालेकिन आँखों में तेरी हसरतआज भी समाए रहती है| कहते हैं लोग, तड़प मिलने की न होतो…

हम अपने सपने में जीते मरते हैं
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हम अपने सपने में जीते मरते हैं

हम अपने सपने में जीते मरते हैं हम अपने सपने में जीते मरते हैंपर ये तो हमारी किस्मत ही बताएगीकि कौन किसके पनाह में है… सपने होते हैं परछाई सेजो रात ढ़लते आते हैं औरदिन चढ़ते लुप्त हो जाते हैं, पर जाते-जातेमन में एक अजीब सी कसक छोड़ जाते हैं कभी न करते वो किसी से भेद…

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