Meet RSVKA Awardees RNTalks Swami Vivekananda Karmaveera Award 2023

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RSVKA Awardee: डॉ.कविता सिंह ‘प्रभा’ 

Dr Kavita Singh 'Prabha'
डॉ.कविता सिंह ‘प्रभा’

डॉ.कविता सिंह ‘प्रभा’ एक शिक्षिका, कवयित्री, लेखिका, संपादिका एवं ‘कविता प्रभा’ काव्य समूह की संस्थापिका हैं। पिछले 20 वर्षों से अध्यापन कार्य कर रही हैं। इन्हें प्रकृति व जीवन से प्रेरणा मिलती है। जीवन की मुस्कान को देख कर इनका मन अति प्रसन्न हो जाता है और इनकी कलम कविताएँ लिखने लगती है। इन्हें कविताएँ, ग़ज़ल, नज़्म, गीत, नाटक, नुक्कड़ नाटक लिखने का शौक है।

इन्हें हिंदी भाषा व हिंदी विषय से बहुत अधिक लगाव है। इन्होंने एम.एस.सी,एम.फ़िल,पी.एच.डी, बी.एड तथा काउंसलिंग में डिप्लोमा किया है। इनकी रूचि हिंदी थिएटर में भी रही है। ये बच्चों के लिए अनेक नाटकों का मंचन कर चुकी हैं। हिंदी विषय के अध्यापन के लिए इन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। 

इनका एकल काव्य संग्रह ‘कविता प्रभा-मुस्कान ज़िंदगी की’,11 साँझा काव्य संग्रह और दो साँझा लेख संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। इनका दूसरा एकल काव्यसंग्रह तथा तीन साँझा संग्रह प्रकाशन के लिए गए हुए हैं।

इनका काव्य समूह ‘कविता प्रभा’ अपना पहला साँझा संकलन इंकड्यू पब्लिकेशंस के साथ प्रकाशित कर रहा है, जिसका नाम है -“दिशाएं ज़िंदगी की” जिसमें पचास से अधिक कवि-कवयित्रियों की रचनाएँ हैं। हिंदी साहित्य में इनके योगदान के लिए श्री भारतेंदु साहित्य समिति, कोटा ने इन्हें 2022 में साहित्यश्री सम्मान से सम्मानित किया है। इन्हें यह पुरस्कार लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम कृष्ण बिड़ला के कर-कमलों द्वारा प्राप्त हुआ। 

संस्थान संगम मासिक पत्रिका, आगरा द्वारा ‘जयशंकर प्रसाद सम्मान 2022’ एवं क्षितिज साहित्यिक महोत्सव में ‘वुमन अचीवर अवार्ड 2022’ से सम्मानित किया गया। KFL-fashion&lifestyle pageant में मिसेज मोस्ट पॉपुलर चुनी गईं।

इनके दो यूट्यूब चैनल भी हैं-कविता प्रभा(Kavita prabhaa) साहित्य नवप्रभा(Sahitya Navprabhaa) , जिनके द्वारा ये कविता व हिंदी भाषा के विस्तार के लिए कार्य करती हैं। बहुत सारे राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय काव्य मंचों पर काव्य पाठ किया है ‌तथा‌ इन्हें अनेक पुरस्कार भी मिले हैं।

इन्होंने कई साहित्यिक सम्मेलनों में भी हिस्सा लिया है। तीन आज़ादी के अमृत महोत्सव समारोह में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।

जलियांवाला बाग में वायु सेना स्टेशन,सांसी अमृतसर द्वारा आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव में इन्हें मंच संचालन व काव्य पाठ का सुअवसर प्राप्त हुआ,जो एक अविस्मरणीय अनुभव है। हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार इनका लक्ष्य है।

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